chicken खाने के बाद दूध या दूध से बने पदार्थ खाने से क्यों बचना चाहिए?
कुछ खाद्य संयोजन आयुर्वेद में निषिद्ध हैं और उन्हें ‘विपरीत आहार’ माना जाता है। अगर इन्हें एक साथ खाया जाए तो ये अपच से लेकर त्वचा तक कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं। प्राचीन चिकित्सा पद्धति के अनुसार, नमक और दूध एक खराब भोजन संयोजन है और उसी तरह मांसाहारी भोजन और दूध भी एक खराब भोजन संयोजन है। यदि आप स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं तो आप जो खा रहे हैं उस पर पुनर्विचार करने का समय आ गया है।
आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. नितिका कोहली का कहना है कि अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए सही समय पर और सही तरह का खाना खाना जरूरी है। वे कहते हैं कि आयुर्वेद में कहा गया है कि चिकन और दूध एक साथ खाने से बचें, जिसके पीछे मुख्य कारण खांसी, उल्टी और पित्त जैसे तीन दोषों का असंतुलन है, जो व्यक्ति के स्वास्थ्य को बर्बाद कर सकता है। डॉ। कोहली अपने हालिया इंस्टाग्राम पोस्ट में कहते हैं, ‘दूध को चिकन (या कोई अन्य मांसाहारी भोजन) के साथ मिलाना एक अच्छा विचार नहीं हो सकता है, क्योंकि दूध का पाचन चिकन के पाचन से अलग होता है।
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वह कहती हैं कि दूध और चिकन के साथ खाने से शरीर में टॉक्सिन्स जमा हो सकते हैं। दूसरी ओर, चिकन इतना भारी होता है कि लोग इसे आसानी से पचा नहीं पाते हैं और पाचन संबंधी बीमारियों से पीड़ित होते हैं। आयुर्वेद के जानकारों का कहना है कि लंबे समय में इस यौगिक के सेवन से प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकते हैं। इन प्रभावों में पेट में दर्द, मतली, अपच, गैस, सूजन, अल्सर, सांसों की बदबू, कब्ज, एसिड रिफ्लक्स और कई अन्य गंभीर त्वचा विकार जैसी आंतों की समस्याएं शामिल हैं। इस कारण इन दोनों को कभी भी एक साथ नहीं खाना चाहिए। इन दोनों भोजन के बीच 2 घंटे का अंतर रखें।