(WHO) विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि मंकीपॉक्स (Monkeypox Virus) के मामले दुनिया भर में बढ़ते जा रहे हैं। 19 देशों में अब तक करीब 131 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। देशों की इस लिस्ट में हाल में स्लोवेनिया का नाम जुड़ गया है। वहीं ब्रिटेन में अब तक 57 मामले सामने आ चुके हैं।
लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि मंकीपॉक्स (Monkeypox Virus) लोगों को गंभीर रूप से बीमार नहीं करता । ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका और यूरोप के 1 दर्जन से ज्यादा देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं। अफ्रीका के बाहर यह अब तक का सबसे बड़ा संक्रमण देखा गया है। लेकिन यह Covid-19 से कम खतरनाक है लेकिन मंकीबॉक्स आखिर है। क्या ये एक वायरस है जो कई अफ्रीकी देशों में बंदरों और चूहे जैसे जानवरों में पाया जाता है। यह कई बार इंसानों को भी संक्रमित करता है। इंसानों में पहली बार यह वायरस 50 साल पहले फैला था। आमतौर पर मरीज इससे गंभीर तौर पर बीमार नहीं होते लेकिन कई बार यह घातक भी हो सकता है। यूरोप में कुछ मामले देखे जाते थे |जो सिर्फ यात्रा करने वाले लोगों में पाए जाते थे।
लेकिन इस बार एक ही वक्त में कई देशों में मामले सामने आ रहे हैं।
Monkeypox Virus के क्या लक्षण है?
संक्रमण के बाद लक्षण दिखने में 21 दिन तक का वक्त लग सकता है, उनमें प्रमुख है। छोटे बड़े लाल निशान जो अक्सर चेहरे पर होते हैं जो बाद में छाले की तरह दिखने लगते हैं और आखिर में पपड़ी बन जाते हैं। यह चिकन पॉक्सजैसे लग सकते हैं। मंकीपॉक्स (Monkeypox Virus) अक्सर 2 से 4 हफ्तों में ठीक हो जाता है।
यह आपको कहाँ से हो सकता है।
मंकीपॉक्स आसानी से नहीं फैलता है। जब यह किसी की त्वचा से संपर्क में आता है। क्या संक्रमित व्यक्ति के कपड़ों या बिस्तर जिस पर वायरस हो सकता है, उसके संपर्क में आने से यह फैल सकता है। यह खांसी के जरिए भी फैल सकता है