Aero India 2023 : सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयर इंडिया-2023 का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि एयर इंडिया की थीम को जमीन से आसमान तक देखा जा सकता है और विभिन्न देशों के शामिल होने से एयर इंडिया की क्षमता बढ़ेगी।
इसके अलावा, पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि एयर इंडिया एक और कारण से महत्व रखती है, क्योंकि यह एयरोस्पेस और रक्षा उद्योगों में नई संभावनाएं पैदा करेगी, जिससे कर्नाटक के युवाओं के लिए अवसर खुलेंगे। पीएम ने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम “नए भारत” की नई दृष्टि को दर्शाता है। इन अवसरों में शामिल होने से न केवल नए रास्ते बनेंगे बल्कि रक्षा क्षेत्र का विस्तार करने में भी मदद मिलेगी।
Aero India is a wonderful platform to showcase the unlimited potential our country has in defence and aerospace sectors. https://t.co/ABqdK29rek
— Narendra Modi (@narendramodi) February 13, 2023
एयरो इंडिया-2023 की प्रमुख बातें
- नीतियों का स्पष्ट लक्ष्य अभूतपूर्व है। हमने कुछ कदम उठाए हैं। एफडीआई की सुविधा के लिए कई नियमों को अपनाया गया है।
- भारत की जड़ें लगातार धरती से जुड़ी हुई हैं, चाहे वह कितनी भी तेज गति से चले। एयर इंडिया के पायलट भी यही काम करते हैं।
- भारत में निजी क्षेत्र को इस अवसर को गंवाना नहीं चाहिए। यह देश प्रगति से भयभीत नहीं है। आज का भारत लंबा सोचता है और जल्दी काम करता है।
- आज आसमान में धूम मचाने वाले तेजस लड़ाकू विमान का उत्पादन भारत में होता है। यह आत्मनिर्भर भारत की उभरती शक्ति है। यह भारत के लिए केवल शक्ति प्रदर्शन से कहीं अधिक है।
- प्रधान मंत्री के अनुसार, भारत रक्षा गठजोड़ चाहने वाले देशों के लिए एक व्यवहार्य विकल्प के रूप में उभर रहा है।
- पीएम ने कहा कि आज का दिन सिर्फ एयरो इंडिया के प्रदर्शन का नहीं है, बल्कि भारत के पराक्रम का भी है। भारत दुनिया के सैन्य उद्योग के लिए सिर्फ एक बाजार से कहीं ज्यादा बन गया है।
- सैन्य मंत्री के मुताबिक हाल के वर्षों में हमारा रक्षा क्षेत्र काफी आगे बढ़ा है। इस रास्ते ने सैन्य क्षेत्र में कई मील के पत्थर पार किए हैं, जिन्होंने इस क्षेत्र के विकास में योगदान दिया है।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में उपलब्धि की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। देश ने रक्षा उद्योग में कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
- सरकार के ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ एजेंडे के अनुसार, एक्सपो स्वदेशी उपकरणों और प्रौद्योगिकी को प्रदर्शित करने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय उद्यमों के साथ सहयोग करने पर केंद्रित होगा।
- ‘एयरो इंडिया’ देश को सैन्य विमानों, हेलीकाप्टरों, रक्षा उपकरणों और अत्याधुनिक वैमानिकी के लिए एक नए विनिर्माण आधार के रूप में स्थापित करेगा।
- अधिकारियों के अनुसार, पांच दिवसीय शो में बेंगलुरु के बाहरी इलाके में वायु सेना की याल्हंका सुविधा में 809 रक्षा व्यवसाय और 98 देशों के प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे।
- एयरो इंडिया 250 से अधिक व्यापार-से-व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर करने के लिए निर्धारित है, जो लगभग 75,000 करोड़ रुपये के निवेश के अवसरों की पेशकश करेगा।