क्या रूस परमाणु युद्ध के लिए तैयार हो रहा है? यह सवाल मंगलवार को राष्ट्रपति पुतिन की सरकार द्वारा लिए गए दो अहम फैसलों के बाद पूछा जा रहा है। सबसे पहले, पुतिन ने रूस की परमाणु नीति में बदलाव को मंजूरी दी। दूसरा, रूस ने बड़े पैमाने पर मोबाइल एंटी-न्यूक्लियर शेल्टर का उत्पादन शुरू कर दिया है।
ये मोबाइल शेल्टर लोगों को विभिन्न खतरों से बचाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जिनमें परमाणु विस्फोट से होने वाली शॉक वेव्स और रेडिएशन शामिल हैं। रूस के आपातकालीन मंत्रालय के अनुसंधान संस्थान के अनुसार, “KUB-M” शेल्टर प्राकृतिक और मानव निर्मित खतरों से 48 घंटे तक सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
रूस में बनाए जा रहे “KUB-M” शेल्टर शिपिंग कंटेनरों से मिलते जुलते हैं और इनमें दो मुख्य भाग हैं। पहला भाग एक कमरा है जिसमें 54 लोग रह सकते हैं और दूसरा भाग एक तकनीकी ब्लॉक है। शोध संस्थान के अनुसार, ये मोबाइल शेल्टर बहुमुखी हैं और प्राकृतिक आपदाओं या मानव निर्मित घटनाओं के कारण होने वाले खतरों की एक विस्तृत श्रृंखला से सुरक्षा कर सकते हैं। संस्थान इसे रूसी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में वर्णित करता है।
इन शेल्टरों को जो खास बनाता है वह है उनकी पोर्टेबिलिटी। इन्हें ट्रक द्वारा आसानी से ले जाया जा सकता है और पानी की आपूर्ति से जोड़ा जा सकता है। शोध संस्थान ने यह भी उल्लेख किया है कि इन शेल्टरों को रूस के उत्तरी पर्माफ्रॉस्ट क्षेत्रों में स्थापित किया जा सकता है, जिससे वे कठोर वातावरण के अनुकूल हो सकते हैं।
क्या पुतिन परमाणु हमले की योजना बना रहे हैं?
मंगलवार को राष्ट्रपति पुतिन ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की शर्तों के बारे में रूस की नीति में बदलाव को मंजूरी दे दी। इस बदलाव पर कुछ समय से चर्चा चल रही थी, लेकिन पुतिन ने उसी दिन इस पर हस्ताक्षर करने का फैसला किया जिस दिन यूक्रेन ने पहली बार रूसी सीमा के पास लंबी दूरी की अमेरिकी मिसाइलों को लॉन्च किया।
नई नीति के अनुसार, रूस को परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने का अधिकार होगा यदि उस पर मिसाइल या ड्रोन हमला होता है, खासकर अगर हमला किसी परमाणु शक्ति संपन्न देश द्वारा समर्थित हो।