पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में एक आत्मघाती हमलावर ने सुरक्षा चौकी को निशाना बनाया और विस्फोटकों से लदे एक वाहन को उड़ा दिया। इस हमले में करीब 17 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी हाफिज गुल बहादुर समूह ने ली है, जो पाकिस्तानी तालिबान से अलग हुआ एक गुट है। हालांकि सरकार ने आधिकारिक तौर पर इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन सुरक्षा और खुफिया अधिकारियों ने पुष्टि की है कि जिम्मेदार लोगों को पकड़ने के लिए अभियान जारी है।
विस्फोटकों से लदे वाहनमें विस्फोट
खुफिया और सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में एक सुरक्षा चौकी पर एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे वाहन में विस्फोट कर दिया, जिसमें कम से कम 17 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह हमला मंगलवार शाम को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में हुआ।
रिपोर्टों से यह भी संकेत मिलता है कि विस्फोट के बाद गोलीबारी भी हुई, जिससे घायलों की संख्या और बढ़ गई। यह घटना हाल के महीनों में हुए सबसे घातक हमलों में से एक है। पाकिस्तानी तालिबान से अलग हुए समूह हाफिज गुल बहादुर गुट ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
क्वेटा रेलवे स्टेशन पर विस्फोट हुआ। था
इस महीने की शुरुआत में, 9 नवंबर को, बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में एक रेलवे स्टेशन पर हुए एक विनाशकारी विस्फोट में 14 पाकिस्तानी सेना के जवानों सहित 25 लोगों की जान चली गई थी। यह विस्फोट उस समय हुआ जब यात्री मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर प्रतीक्षा कर रहे थे। सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (CRSS) ने 2024 की तीसरी तिमाही के दौरान पूरे पाकिस्तान में हिंसा में 90% की वृद्धि की सूचना दी।
बढ़ती हिंसा के जवाब में, पाकिस्तानी प्रधान मंत्री शाहबाज़ शरीफ ने बुधवार को दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत में अलगाववादियों को निशाना बनाकर एक नए सैन्य अभियान की घोषणा की। खैबर पख्तूनख्वा की सीमा से लगा यह क्षेत्र रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह चीन की बेल्ट एंड रोड पहल के तहत प्रमुख परियोजनाओं की मेजबानी करता है।