पिछले दो वर्षों के दौरान कई चीनी Apps को भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है, जो संभावित रूप से देश की सुरक्षा को खतरे में डाल रहा है। कुछ आवेदनों पर चीन में इन लोगों की मदद से भारतीयों से जानकारी लेने का आरोप लगाया गया था। यह बात हाल ही में एक चीनी अधिकारी ने कही। दरअसल, मशहूर शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म Tik tok अपनी प्राइवेसी पॉलिसी को अपडेट कर रहा है, जो 2 दिसंबर से लागू होगी। कॉर्पोरेशन के मुताबिक, चीन में उसके कर्मचारियों के पास यूरोपीय यूजर्स का डेटा है।
यूरोप में Tik Tok की गोपनीयता निदेशक एलेन फॉक्स ने एक बयान में कहा कि उनकी कंपनी के कुछ कर्मचारियों के पास उनकी स्थिति के कारण ग्राहकों के डेटा तक पहुंच है। इसके लिए एक प्रोटोकॉल है, और एक प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए। यह प्रक्रिया यूरोपीय संघ के सामान्य डेटा संरक्षण विनियमन के अनुसार विकसित की गई थी।
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ऐलेन फॉक्स ने आगे कहा कि डेटा तक पहुंच न केवल चीन में, बल्कि दुनिया भर के अन्य देशों में अपने संगठन में काम करने वाले चुने हुए कर्मियों को भी दी गई थी। इसे एक अनूठी पद्धति और अनुमति की आवश्यकता है। डेटा न केवल चीन में, बल्कि इज़राइल, जापान, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका के कर्मियों द्वारा भी एक्सेस किया जा सकता है।
भारत में, 2020 में टिकटोक पर प्रतिबंध लगा दिया। इस ऐप पर, त्वरित वीडियो सेगमेंट प्रदर्शित किए गए थे, जिससे उपयोगकर्ता लंबे समय तक जुड़े रह सकते हैं। हालांकि बाद में अधिकारियों ने इस पर रोक लगा दी। इन दिनों टिकटॉक जैसा फंक्शन इंस्टाग्राम रील्स और यूट्यूब क्लिप्स में मिल सकता है। भारत में, इन दोनों रूपों की लोकप्रियता बढ़ रही है।